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शेयर बाजार में गिरावट के कारण (Stock Market Decline Reasons)

शेयर बाजार में गिरावट के कारण (Reasons for Decline in Stock Market)

शेयर बाजार में गिरावट एक सामान्य घटना है, जो विभिन्न कारणों से होती है। जब बाजार में गिरावट होती है, तो निवेशकों को चिंता होती है और कई बार यह उन्हें नुकसान का सामना भी कराता है। हालांकि, शेयर बाजार की गिरावट का कोई एक कारण नहीं होता, बल्कि यह विभिन्न कारकों का परिणाम होती है। आइए जानते हैं कि शेयर बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण क्या हो सकते हैं:


1. आर्थिक मंदी (Economic Recession)

  • समझें:
    जब देश की अर्थव्यवस्था मंदी की स्थिति में होती है, तो यह शेयर बाजार को प्रभावित कर सकता है। मंदी के दौरान कंपनियों की बिक्री घटती है, लाभ कम होता है और निवेशक शेयरों को बेचने की कोशिश करते हैं।
  • क्यों प्रभाव पड़ता है:
    आर्थिक मंदी के समय, कंपनियों के लाभ में कमी आती है, जिससे उनके शेयरों की कीमत गिरने लगती है और इसके कारण पूरे बाजार में गिरावट होती है।

2. राजनीतिक अस्थिरता (Political Instability)

  • समझें:
    देश में राजनीतिक अस्थिरता जैसे चुनावी अनिश्चितताएं, सरकार के निर्णयों में बदलाव, या राजनीतिक संकट बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।
  • क्यों प्रभाव पड़ता है:
    राजनीतिक अस्थिरता से निवेशक अनिश्चितता महसूस करते हैं और निवेश को जोखिम मानते हुए शेयर बेचने लगते हैं, जिससे बाजार में गिरावट आती है।

3. ब्याज दरों में वृद्धि (Increase in Interest Rates)

  • समझें:
    जब केंद्रीय बैंक जैसे रिजर्व बैंक (RBI) ब्याज दरों को बढ़ाता है, तो यह कर्ज लेने की लागत को बढ़ा देता है। इससे कंपनियों के लिए पूंजी जुटाना महंगा हो जाता है, और उपभोक्ताओं की खपत में भी कमी आती है।
  • क्यों प्रभाव पड़ता है:
    ब्याज दरों में वृद्धि से कंपनियों का लाभ घटता है, और निवेशक शेयरों को बेचने लगते हैं, जिससे बाजार में गिरावट होती है।

4. वैश्विक घटनाएँ और संकट (Global Events and Crises)

  • समझें:
    वैश्विक घटनाएँ, जैसे वैश्विक महामारी (COVID-19), प्राकृतिक आपदाएँ, या युद्ध, शेयर बाजार पर बड़ा प्रभाव डाल सकती हैं।
  • क्यों प्रभाव पड़ता है:
    इन घटनाओं के कारण वैश्विक व्यापार प्रभावित होता है, और निवेशक अनिश्चितता के कारण अपने निवेशों को बेचने लगते हैं। इसके परिणामस्वरूप बाजार में गिरावट आती है।

5. कंपनियों के खराब परिणाम (Poor Corporate Earnings)

  • समझें:
    यदि कंपनियों के तिमाही या वार्षिक परिणाम खराब आते हैं, तो इसका सीधा असर उनके शेयरों पर पड़ता है।
  • क्यों प्रभाव पड़ता है:
    कंपनियों की आय में कमी, लाभ में गिरावट, या गलत निर्णयों के कारण निवेशक उन कंपनियों के शेयरों को बेचने लगते हैं। इससे कंपनी के स्टॉक की कीमत गिरती है और बाजार में गिरावट होती है।

6. मूल्यांकन का अधिक होना (Overvaluation of Stocks)

  • समझें:
    जब स्टॉक्स का मूल्य उनकी वास्तविक क्षमता से अधिक हो जाता है, तो यह बबल की स्थिति उत्पन्न कर सकता है। कुछ समय बाद, जब निवेशक इस मूल्यांकन को पहचानते हैं, तो वे शेयर बेचने लगते हैं, और बाजार गिरने लगता है।
  • क्यों प्रभाव पड़ता है:
    जब स्टॉक्स ओवरवैल्यूड होते हैं, तो यह बाजार में एक प्रकार की असंतुलन की स्थिति पैदा करता है, जो अंत में गिरावट का कारण बन सकती है।

7. विदेशी निवेशकों का निवेश हटाना (Withdrawal of Foreign Investments)

  • समझें:
    विदेशी निवेशक जब अपने निवेश को किसी देश के शेयर बाजार से निकाल लेते हैं, तो यह बाजार पर दबाव डालता है।
  • क्यों प्रभाव पड़ता है:
    विदेशी निवेशकों द्वारा किए गए निवेशों को वापस लेने से बाजार में बिकवाली बढ़ जाती है, जिससे शेयरों की कीमत गिर जाती है और गिरावट का कारण बनता है।

8. बाजार में हड़कंप और सेंटिमेंट्स (Market Panic and Sentiments)

  • समझें:
    शेयर बाजार में कभी-कभी हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जब निवेशक अपने निवेश को लेकर घबराहट महसूस करते हैं और उन्हें लगता है कि बाजार में और गिरावट आएगी।
  • क्यों प्रभाव पड़ता है:
    इस प्रकार के नकारात्मक सेंटिमेंट्स से पूरे बाजार में डर फैलता है और निवेशक शेयरों को बेचने लगते हैं, जिससे गिरावट होती है।

9. कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव (Fluctuations in Crude Oil Prices)

  • समझें:
    कच्चे तेल की कीमतें वैश्विक अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार पर गहरा असर डालती हैं। जब तेल की कीमतों में अत्यधिक वृद्धि होती है, तो यह कंपनियों के उत्पादन लागत को बढ़ा देता है।
  • क्यों प्रभाव पड़ता है:
    बढ़ी हुई तेल की कीमतें मुद्रास्फीति को जन्म देती हैं और अर्थव्यवस्था पर दबाव डालती हैं, जिससे बाजार में गिरावट हो सकती है।

10. अत्यधिक बाजार सुधार (Overbought Market Correction)

  • समझें:
    जब शेयर बाजार में अत्यधिक तेजी होती है और स्टॉक्स बहुत अधिक मूल्यांकन हो जाते हैं, तो इसे एक प्रकार का "बबल" कहा जाता है। इसके बाद एक सुधारात्मक चरण आता है, जिसमें बाजार नीचे की ओर जाता है।
  • क्यों प्रभाव पड़ता है:
    इस स्थिति में, बाजार में सुधार आता है और स्टॉक्स की कीमतों में गिरावट होती है, क्योंकि निवेशक बबल के फूटने का डर महसूस करते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

शेयर बाजार में गिरावट के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें आर्थिक मंदी, राजनीतिक अस्थिरता, वैश्विक घटनाएँ, और कंपनी की खराब परिणाम शामिल हैं। इसके अलावा, बाजार के भावनात्मक पहलू और निवेशकों के व्यवहार का भी प्रभाव पड़ता है। निवेशकों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इन कारणों को समझें और अपनी निवेश रणनीतियों में समायोजन करें। शेयर बाजार में गिरावट को समझकर और धैर्यपूर्वक निवेश करना ही आपको लंबे समय में सफल बना सकता है।

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